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Mangal yantra-मंगल यंत्र

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1)रक्त प्रदर.

2)रक्त दोष.

3)किसी भी प्रकार का बुखार.

4)खुजली.

5)बार बार जख्म होना.

6)महिलाओं को मासिकधर्म सम्बंधी समस्या.

7)स्नायु की बीमारी.

8)अल्सर (Ulcer).

मंगल यंत्र के फायदे

Benefits of mangal yantra-मंगल यंत्र के फायदे – जिन ब्यक्तियों को रक्त प्रदर, रक्त दोष, किसी भी प्रकार का बुखार, खुजली, बार बार जख्म होना, महिलाओं को मासिकधर्म सम्बंधी समस्या, स्नायु की बीमारी, अल्सर (Ulcer) आदि रोग होने पर यह यंत्र धारण करना चाहिये। उपरोक्त सभी समस्यायों से छुटकारा मिलेगा |

मंगल को हमारे ज्योतिष शास्त्र में भूमि पुत्र के नाम से जाना जाता है | यदि मंगल लग्न, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम एवं द्वादश भाव में स्थित होता है तो वह कुंडली मंगली मानी जाती है | मंगल वैवाहिक जीवन में भी व्यवधान उत्पन्न करता है | यदि मंगल ख़राब स्थिति में हो तो वैवाहिक जीवन को तबाह कर देता है |

मंगल के प्रभाव (mangal yantra)

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य को यदि ग्रहों का राजा कहा गया है तो मंगल को सेनापति के उपाधि प्राप्त है | सेनापति होने के कारण शक्ति, अधिकार, मर्दानगी, वासना, आदि बातों पर मंगल का अधिकार होता है |

मंगल और शरीर के हिस्से

ज्योतिष में मंगल को शक्ति का कारक होने के कारण सभी स्नायु, चेहरा, सिर, मूत्राशय, गर्भाशय, गुदाद्वार, लिंग के बाहरी हिस्से पर, साथ ही जिव्हा के जिस भाग से तीखेपन का स्वाद आता है वह हिस्सा, और प्रोटेस्ट ग्रंथि पर मंगल का अधिकार होता है |

मंगल और उसके गुण (mangal yantra)

सेनापति होने के कारण अधिकार वृत्ति, प्रभुता, धैर्य से जंग जीतने के गुण, शीघ्र क्रोध करने वाला होने के कारण उतावला, दहशत ज़माने वाला, यौनसुख के लिए गलत एवं अमानवीय तरीके अपनाना आदि गुण शामिल हैं |

मंगल से होने वाले रोग

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल को अग्नि तत्व का माना गया है इसलिए गर्मी के कारण उत्पन्न होने वाली बीमारियाँ, हर तरह के बुखार, फोड़ा, खुजली की बीमारी, मंगल का अधिकार चहरे पर होता है इसलिए मुहांसे, दिमागी बीमारियाँ जैसे पागलपन, सिर में खून का बहाव, लिंग पर मंगल का अधिकार होने के कारण गुप्त रोग, भगंदर, पाइल्स, यौन रोग, महिलाओं में रक्त प्रदर, हार्निया, पोलियो, लकवा, असिडिटी, अल्सर आदि की बीमारियाँ उत्पन्न होतीं हैं |

मंगल यंत्र किसे धारण करना चाहिये – (Who should wear mangal yantra)- मेष एवं बृश्चिक राशि वालों को, मेष तथा बृश्चिक लग्न वालों को, तथा जिनकी मंगल की महादशा चल रही हो उनको यह यंत्र धारण करना चाहिये।

Construction of mangal yantra – मंगल यंत्र का निर्माण – मंगलवार के दिन मंगल की होरा में रक्त चंदन, गौलोचन, केशर, तथा खादिर मूल की स्याही से ताँवें की कलम से भोजपत्र पर निर्माण किया गया। तत्पश्चात प्राण प्रातिष्ठा कर मंगल यंत्र की विधिवत पूजन करने के बाद तांत्रिक मंत्र का जाप फिर हवन किया गया।

यंत्र मंगाने की विधि – (mangal yantra locket)

जिस व्यक्ति के लिए यन्त्र धारण करना है, उस व्यक्ति का नाम, पिता/पति का नाम तथा गोत्र  (7470 9 3408 9) Whatsapp नम्बर पर भेजें | यन्त्र निर्माण के बाद आपके दिए पते पर पोस्ट ऑफिस द्वारा भेज दिया जायेगा |

क्या आपके साथ भी ऐसा होता है कि मित्र शत्रु बन जाते हैं | धन आगमन रुक जाता है | घर में कलह होने लगती है | प्रेम करने वाले घर के सदस्य हिंसात्मक रूप धारण कर लेते हैं | उपरोक्त परिस्थितियों में Grah Kalesh Nivaran Puja करवाना चाहिए | यह पूजा करावाने के लिए ग्रह कलेश निवारण पूजा पर किलिक करें |

इन्हें भी देखें –

जानिए आपको कौनसा यंत्र धारण करना चाहिए ?

श्री मद्भागवत महापूर्ण मूल पाठ से लाभ

 

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