नाग दोष के दुष्प्रभाव-
sarpa dosha – नाग दोष जातक के जीवन को अस्तव्यस्त कर देता है यदि राहु और चन्द्र लग्न में बैठे हैं तो व्यक्ति दुर्व्यसन का शिकार हो जाता है तथा उसका किसी काम में मन नहीं लगता | उसका स्वाभाव चिड़चिड़ा बना रहता है तथा उसकी वाणी में कठोरता का सहज ही अनुभव किया जा सकता है | इस प्रकार का नाग दोष व्यक्ति को कहीं शान्ति नहीं मिलने देता और न ही वो किसी को शान्ति से रहने देता है |
यदि राहु और शुक्र की युति प्रथम भाव में है तो ऐसे जातक का वैवाहिक जीवन बहुत ही कलह पूर्ण हो जाता है | ऐसे जातकों के विवाह में बड़ी अड़चनें आतीं हैं तथा कभी-कभी विवाहोपरांत तलाक की स्थिति भी बन जाती है | इनके मित्र ही इनके शत्रु बनने लगते हैं तथा साझेदारी में भी बहुत नुकशान उठाना पड़ता है |
नाग दोष शान्ति अनुष्ठान के लाभ –(sarpa dosha)
उपरोक्त्त दोनों में से किसी प्रकार का नाग दोष हो इसके अनुष्ठान से जात्तक अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाने लगता है | दाम्पत्य जीवन में मधुरता आती है | मन में शान्ति मिलाती है तथा व्यक्ति अपने उग्र स्वभाव को छोड़कर अच्छा जीवन व्यतीत करता है |
आपके द्वारा प्राप्त जानकारी –
जिस व्यक्ति के नाम से अनुष्ठान होना हो उस व्यक्ति का नाम, पिता/पति का नाम, गोत्र तथा स्थान अनिवार्य है | आप अपना पोस्टल एड्रेस निचे दिए Whatsapp नम्बर पर भेजें जिसके माध्यम से आपके पास यन्त्र भेजा जा सके |
कैसे कराएँ यह पूजन –(sarpa dosha)
आप राजगुरु ज्योतिष अनुसन्धान केंद्र में फोन 91 7470934089 कर या Whatsapp नम्बर 7470934089 पर संपर्क कर पूजन करवाने के लिए समय ले सकते हैं | यह पूजन शुभमुहूर्त देखकर ही आरम्भ की जाएगी | जिसके फलस्वरूप आपको पूरा लाभ प्राप्त हो सके |
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