तुला राशि यन्त्र
tula rashi yantra – तुला राशि कुदरती कुंडली की सातवीं राशि मानी जाती है | यह राशि वायु तत्व वाली है | इस राशि वाले कारोबारी सोच के कारण अच्छे सलाह कार होते हैं | ऐसे जातक समझोता करने में सक्षम होते हैं साथ ही अपने फायदे की जरुर सोचते हैं | ये कारोबार में आसानी से तरक्की करने वाले किन्तु दयालु होने के कारण कई बार नुकसान भी उठाते हैं | इनमे सुन्दरता और कला की चाह बहुत ही ज्यादा होती है | ये अपने सुख तथा मौज के लिए अच्छे रहन-सहन के लिए बहुत धन खर्च करते हैं | इस राशि वाले के महिला मित्र कुछ ज्यादा ही होते हैं और इनकी मित्र मंडली सम्पन्न परिवार की होती है | ये कला को पसंद करने वाले, रेशमी कपड़ों के शौकीन, श्रंगार सामग्री के चाहने वाले, सुगन्धित द्रव्यों के शौकीन तथा ठाट-बाट से रहना पसंद करते हैं |
तुला राशि और स्वास्थ (tula rashi yantra)
ऐसे जातकों को मूत्राशय, कमर दर्द, शुक्र जंतु की कमी, डायबिटीज, अधिक यौन सुख के कारण होने वाली बीमारियाँ, पथरी होना, और महिलाओं में गर्भायाशय आदि की बीमारियाँ होतीं हैं |
तुला राशि वालों के गुण
इस राशि वाले जातक सभी जगह सम्मान पाने वाले, धार्मिक, चतुर, बुद्धिमान किन्तु भोगी होते हैं | ये कला कौशल में निपुण, राज प्रिय, मिष्ठान्न प्रेमी, माता पिता की सेवा करने वाले, देवता एवं गुरु जनों की पूजा करने वाले, वस्तुओं का संग्रह करने वाले तथा बहुत ही विद्वान् होते हैं | इन्हें अधिक बोलने की आदत होती है, संगीत, कविता, कृपालु तथा बहुत से मित्रों से युक्त होते हैं | ये युद्ध के प्रेमी होते हैं किन्तु कार्य प्रबंध में बहुत कड़े, सभा सुसाइटी और कंपनी आदि में रूचि रखने वाले, अपने जीवन के प्रत्येक कार्य में अन्य किसी पर भरोसा न रखने वाले तथा किसी के प्रभाव में न आने वाले होते हैं |
तुला राशि यंत्र धारण क्यों करें ?
यदि आप धन संचय नहीं कर पा रहे हैं, आपकी तरक्की में अवरोध आ रहे हैं, मित्रों से धोखा मिल रहा है, माता जी का स्वास्थ ख़राब रहता है, पति-पत्नी में विवाद होता हो, मान-सम्मान नहीं मिल रहा हो, शीघ्र पतन का रोग होने पर या किसी प्रकार के गुप्त रोग होने पर, महिलाओं में मासिक धर्म का अनियमित होना या दर्द के साथ होना, दैनिक व्यापर में निरंतर हानि होना, पारिवारिक कलह बनी रहना, नौकरी वालों को बेवजह परेशानी का सामना करना पड़ता हो या अपने अधिकारीयों द्वारा बेवजह दबाया जाता हो, यदि उपरोक्त समस्याओं में से कोई भी समस्या हो तो आपको तुला राशि यंत्र धारण करना चाहिए |
यह यंत्र किसे धारण करना चाहिए (tula rashi yantra ke fayde)
यदि आपका जन्म तुला राशि में हुआ है और ऊपर बताये गए गुण आपमें नहीं हैं अर्थात आपके ऊपर उपरोक्त बातें लागू नहीं होतीं तो निश्चित है कि आपको शुभ फल प्राप्त नहीं हो रहा है | इसलिये आपको उपरोक्त सुख प्राप्त नहीं हो रहे हैं | ऊपर बताये गए सभी सुख आपको प्राप्त हो इसलिये आप सभी तुला राशि वालो के लिए भोजपत्र पर निर्मित यह तुला राशि यन्त्र धारण करना चाहिए |
तुला राशि कवच कैसे बनाया जाता है
इस यंत्र का निर्माण शुभ मुहूर्त में धारण करने वाले जातक के नाम, गोत्र, स्थान आदि के उच्चारण के साथ शुभ होरा में, शुभ घडी में तैयार किया जाता है | इसमे उपयुक्त होने वाले द्रव्य चंदन, गौलोचन, केशर, तथा हाँथी दांत की स्याही से सोने की कलम से भोजपत्र पर निर्माण किया जाता है । तत्पश्चात प्राण प्रातिष्ठा कर तुला राशि कवच की विधिवत पूजन करने के बाद तांत्रिक मंत्र का जाप किया जाता है | उसके बाद हवन किया जाता है | हवनोपरांत यंत्र को ताबीज में वेष्टित किया जाता है |
यंत्र मंगाने की विधि – जिस व्यक्ति के लिए यन्त्र धारण करना है, उस व्यक्ति का नाम, पिता/पति का नाम तथा गोत्र एवं वर्त्तमान स्थान तथा अपना पोस्टल एड्रेश हमारे (7470 9 3408 9) Whatsapp नम्बर पर भेजें | यन्त्र निर्माण के बाद आपके दिए पते पर पोस्ट ऑफिस द्वारा भेज दिया जायेगा |
यह यंत्र यदि आप धारण नहीं कर सकते हैं तो आप इसे अपने पर्स में या व्यापार स्थल में भी रख सकते हैं | या जातक के तकिये के नीचे भी रखा जा सकता है |
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