
aaj ka panchang 03-january-2023
आज का पंचांग – आज की तिथि – टुडे पंचांग aaj ka panchang 03-january-2023 दिन – मंगलवार विक्रम संवत – 2079 शक संवत –
आज का पंचांग – आज की तिथि – टुडे पंचांग aaj ka panchang 03-january-2023 दिन – मंगलवार विक्रम संवत – 2079 शक संवत –
आज का पंचांग – आज की तिथि – दैनिक पंचांग Aaj ka Panchang 02-january-2023 दिन – सोमवार विक्रम संवत – 2079 शक संवत –
आज का पंचांग – आज की तिथि – Today Panchang Aaj Ka Panchang 01-January-2023 दिन – रविवार विक्रम संवत – 2079 शक संवत –
जनवरी 2023 से दिसम्बर 2023 के सभी शुभ मुहूर्त Shubh Muhurat 2023 – जब हम किसी भी कार्य को आरम्भ करते हैं उस समय दिन.
संकष्टी चतुर्थी व्रत लिस्ट 2023 Sankashti Chaturthi 2023 – हमारे हिन्दू धर्म में सभी व्रतों की गणना चन्द्र मास से की जाती है और चन्द्र
आज का पंचांग – आज की तिथि – Today Panchang Aaj ka Panchang 10-December-2022 दिन – शनिवार विक्रम संवत – 2079 शक संवत –
Ekadashi vrat 2023 List Ekadashi vrat 2023 – हमारे चन्द्र मास के अनुसार प्रत्येक माह में दो पक्ष होते हैं जिनके प्रथम पक्ष को कृष्ण
Pradosh Vrat 2023 list प्रदोष व्रत चन्द्र माह की त्रयोदशी को किया जाता है | यह व्रत वर्ष में 24 बार आता है | चन्द्र
वर्ष 2023 के सर्वार्थ सिद्धि योग Sarvartha Siddhi Yoga 2023 – हमारा देश धर्म प्रधान देश है | हमारे सभी कार्य वैदिक रीति से सम्पन्न
संपत्ति क्रय मुहूर्त 2023 property purchase muhurat 2023 – हमारी संस्कृति में कोई भी कार्य बिना मुहूर्त के नहीं किया जाता | हम छोटे से
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1) मनोबल कमजोर है |
2) अस्थिर चित्त रहता है |
3) सर्दी जुखाम की सिकायत बनी |
4) उक्त रक्तचाप |
1) अस्थमा सम्बंधी परेशानी |
2) बदहजमी(Indigestion) |
3) कान से सम्बंधित रोग |
4) तुतलाना या रुक रुक के बोलने |
1) त्वचा का रूखापन |
2) निम्न सोच |
3) पागलों जैसा वर्ताव |
4) पिशाच बाधा से पीड़ा |
5) पितृदोष |
1) लकवा (Paralysis) |
2) दाँतों के रोग |
3) बेवक्त बुढ़ापा |
4) रूखी त्वचा |
5) हड्डियों का कमजोर |
1) सिर दर्द |
2) आँखों की समस्या |
3) नीद न आना |
4) मुँह से लार गिरना |
5) घबराहट होना |
1) गले से सम्बंधित रोग |
2) शराब की लत हो |
3) गुप्तरोग (gupt rog) |
4) गर्भाशय की समस्या |
5) मूत्राशय की तकलीफ |
1) सिर दर्द |
2) आँखों की समस्या |
3) नीद न आना |
4) सोते समय मुँह से लार गिरना |
5) घबराहट होना |
1) मन के रोग |
2) अस्थिर चित्त रहता है |
3) सर्दी जुखाम की सिकायत |
4) उक्त रक्तचाप |
5) गले की समस्या |
1) रक्त प्रदर |
2) रक्त दोष |
3) किसी भी प्रकार का बुखार |
4) खुजली |
5) बार बार जख्म होना |
1) अस्थमा सम्बंधी परेशानी |
2) बदहजमी |
3) कान से सम्बंधित रोग |
4) तुतलाना या रुक रुक के बोलने |
5) याददाशत कमजोर होने पर |
1) लीवर (Lever) के रोग |
2) पीलिया |
3) सूजन |
4) बड़े फोड़े |
5) गाठें बनना |
1) गले से सम्बंधित रोग |
2) शराब की लत हो |
3) गुप्तरोग (gupt rog) |
4) गर्भाशय की समस्या |
5) मूत्राशय की तकलीफ |
1) लकवा (Paralysis) |
2) दाँतों के रोग |
3) बेवक्त बुढ़ापा |
4) रूखी त्वचा |
5) हड्डियों का कमजोर |
1) त्वचा का रूखापन |
2) निम्न सोच |
3) पागलों जैसा वर्ताव |
4) पिशाच बाधा से पीड़ा |
5) पितृदोष |
केतु प्रत्येक राशि में लगभग डेड़ (1-1/2) वर्ष तक रहता है। केतु एक छाया ग्रह है किंतु इसके अच्छे या बुरे प्रभाव बहुत ही प्रबल होते हैं। केतु जिस भाव में तथा उसमें स्थित राशि गोचर वश आयेगा उससे जातक पर क्या प्रभाव पड़ेगा तथा उसके शुभ अशुभ …
जन्म पत्रिका में प्रथम लग्न फल तथा स्वास्थ के बारे में- विद्या अध्ययन के बारे में विद्या पूर्ण होगी या नहीं तथा किस विषय से शिक्षा प्राप्त करें।व्यवसाय विचार- नौकरी सरकारी या प्राइवेट और यदि व्यवसाय करें तो कौनसा।विवाह संस्कार-
राहु प्रत्येक राशि में लगभग डेड़ (1-1/2) वर्ष तक रहता है। राहु एक छाया ग्रह है किंतु इसके अच्छे या बुरे प्रभाव बहुत ही प्रबल होते हैं। अनेक कुण्डलियों के अध्ययन में पाया है कि राहु शुभ फल कम और अशुभ फल ज्यादा देता है। समय समय पर राहु के …..
गुरु ग्रहों में बहुत ही शुभ माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में गुरु से ब्यक्ति के ज्ञान, भगवान के प्रति लगाव, संतान का सुख, बुजुर्गों का आशीर्बाद जैसी बहुत सी बातों का विचार करते हैं। आपकी कुण्डली में गुरु की क्या स्थिति है तथा गोचर में गुरु आपको क्या परिणाम ….
गुरु ग्रहों में बहुत ही शुभ माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में गुरु से ब्यक्ति के ज्ञान, भगवान के प्रति लगाव, संतान का सुख, बुजुर्गों का आशीर्बाद जैसी बहुत सी बातों का विचार करते हैं। आपकी कुण्डली में गुरु की क्या स्थिति है तथा गोचर में गुरु आपको क्या परिणाम ….
विवाह जीवन का बड़ा ही महत्वपूर्ण निर्णय होता है। जरा सी गल्ती जीवन भर रुलाती है। वैवाहिक रिपोर्ट में विवाह कब होगा, लव मैरिज होगी या अरेंज मैरिज होगी, वैहाविक जीवन….
हर बच्चे का सपना होता है कि वह उच्च शिक्षा प्राप्त करे। किंतु सभी सफल नहीं होते कारण विषय का गलत चुनाव्। हम आपकी कुण्डली का अवलोकन कर सही विषय तथा उसमें आने वाली वाधा का उचित ….
विवाह के थोड़े समय बाद ही संतान उत्पत्ती की चिंता होने लगती है। संतान कब होगी इस रिपोर्ट में संतान योग तथा समय, और संतान उतपत्ती में यदि कोई वाधा है तो उसके सरल..