9 mukhi rudraksha -नौ मुखवाले रुद्राक्ष को भैरव तथा कपिल मुनि का प्रतीक माना गया है अथवा नौ रुप धारण करने वाली महेश्वरी दुर्गा उसकी अधिष्ठात्री देवी मानी गई हैं। जो मनुष्य भक्ति परायण हो अपने बाऐं हाँथ में नवमुखी रुद्राक्ष को धारण करता है वह निश्चय ही असाधारण हो जाता है। इसमें संशय नहीं है।
तथा जिन ब्यक्तियों को सफेद दाग, या कुष्ठ रोग, त्वचा रोग, मन सदा उदास रहना,निम्न श्रेणी के ब्यक्तियों से पीड़ा, बुद्धि का उपयुक्त समय पर काम न करना आदि समस्याओं के समाधान के लिये नौं मुखी रुद्राक्ष बहुत कारगर सिद्ध होता है।
केतु के लिए भी नौं मुखी (9 mukhi rudraksha) धारण किया जाता है | इसके धारण करने से केतु से सम्बंधित सभी परेशानियों का शमन होता है |
नौं मुखी रुद्राक्ष को सिद्ध करने का मंत्र – ॐ ह्रीं हुं नमः ॥
रुद्राक्ष के फायदे – रुद्राक्ष धारण करने वाले मनुष्य को देखकर भूत,प्रेत,पिशाच,डाकिनी,शाकिनी तथा जो अन्य द्रोहकारी राक्षस होते हैं वे सब डरकर भाग जाते हैं। जो कृत्रिम अभिचार आदि होते हैं वे रुद्राक्ष धारण करने वाले के पास नहीं आते या जिनके ऊपर अभिचार कर्म किया गया हो वे रुद्राक्ष धारण करते ही अभिचार कर्मों से मुक्त हो जाते हैं।
यदि आपको उपरोक्त समस्याएं हैं और यदि आप रुद्राक्ष नहीं पहनना नहीं चाहते हैं तो आप केतु यन्त्र धारण कर सकते हैं | यन्त्र प्राप्त करने के लिए केतु यन्त्र पर किलिक करें |