छः मुखी रुद्राक्ष के लाभ
6 mukhi rudraksha – छः मुख वाला रुद्राक्ष कार्तिकेय का स्वरुप है। यदि दाहिनी भुजा में उसे धारण किया जाय तो धारण करने वाला मनुष्य ब्रम्हहत्या जैसे पापों से मुक्त हो जाता है। इसमें संशय नहीं है।
जिन ब्यक्तियों को गले से सम्बंधित परेशानी, शराब की लत हो, गुप्तरोग (gupt rog), गर्भाशय की समस्या, मूत्राशय की तकलीफ, डायबिटीज (Diabetes), मासिकधर्म की तकलीफ तथा त्वचा (skin) रोग आदि होने पर यह यंत्र धारण करना चाहिये। उपरोक्त सभी समस्याओं के निदान हेतु यह 6 mukhi rudraksha धारण करें | इसके धारण करते ही लाभ होना शुरू हो जाता है |
छः मुखी रुद्राक्ष बृषभ राशि वालो को तथा तुला राशि वालों को धारण करना चाहिये | यदि आपको उपरोक्त किसी भी प्रकार की समस्या है और आप रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहते हैं तो आप शुक्र यंते पहन सकते हैं | यन्त्र प्राप्त करने के लिए शुक्र यन्त्र पर किलिक करें |
छः मुखी रुद्राक्ष को सिद्ध करने का मंत्र – ॐ ह्रीं हुं नमः ॥
रुद्राक्ष के फायदे – रुद्राक्ष धारण करने वाले मनुष्य को देखकर भूत,प्रेत,पिशाच,डाकिनी,शाकिनी तथा जो अन्य द्रोहकारी राक्षस होते हैं वे सब डरकर भाग जाते हैं। जो कृत्रिम अभिचार आदि होते हैं वे रुद्राक्ष धारण करने वाले के पास नहीं आते या जिनके ऊपर अभिचार कर्म किया गया हो वे रुद्राक्ष धारण करते ही अभिचार कर्मों से मुक्त हो जाते हैं।