राहु यंत्र: जानिए कैसे करें राहु ग्रह को शांत
(Benefits of rahu Yantra)- जिन ब्यक्तियों की स्किन में रूखापन (Dry skin) रहता है , निम्न सोच, जो पागलों जैसा वर्ताव करते हों, पिशाच बाधा से पीड़ित हों, या हो कुण्डली में पितृदोष , या स्वन में मृत ब्यक्ति दिखाई देते हों या आपको लगता है कि किये कराये दोष है या व्यक्ति का मन दुर्व्यसन की ओर आकर्षित हो रहा है या गुप्तांगों की कोई समस्या है उपरोक्त सभी समस्याओं से निपटने के लिए यह यंत्र धारण करना चाहिए | क्योंकि यह यन्त्र उपरोक्त सभी समस्याओं से छुटकारा दिलाता है |
राहू के प्रभाव
हमारे ज्योतिष शास्त्र में राहू को एक म्लेच्छ ग्रह माना जाता है | इसको पापी ग्रह की संज्ञा दी गयी है | यह एक अदृश्य ग्रह होने के कारण व्यक्ति को इस प्रकार की बीमारी से पीड़ित करता है जो किसी भी प्रकार टेस्ट में नहीं आती | यह अचानक समस्याएं भी उत्पन्न करता है | म्लेच्छ ग्रह होने के कारण जातक को दुर्व्यशन की और आकर्षित करता है | इसका काम है जिस भाव में स्थित हो उस भाव के फल को सोखना | तथा व्यक्ति के कार्यों में अवरोध उत्पन्न करना |
राहु यंत्र किसे धारण करना चाहिये (rahu yantra benefits)
(Who should wear rahu yantra)- राहु की अपनी कोई राशि नहीं होती राहु एक छाया ग्रह है किंतु फल देने में किसी ग्रह से कम नहीं है इसलिए जिनकी राहु की महादशा चल रही हो उनको तथा उपरोक्त समस्याऐं जिसको भी होतीं हैं उनको व्यक्तियों को इस यंत्र को धारण करना चाहिए ।
राहु यंत्र का निर्माण
(Construction of rahu Yantra ) – इस यन्त्र का निर्माण शनिवार के दिन किया जाता है क्योंकि राहु का अपना कोई दिन नहीं होता | किन्तु राहु को शनि के सामान फल देने वाला ही बताया है | इसलिए शनिवार के दिन शनि की होरा में चंदन, गौलोचन, केशर, तथा कोयला की स्याही से लोहे की कलम से भोजपत्र पर निर्माण किया जाता है तत्पश्चात प्राण प्रातिष्ठा कर राहु यंत्र की विधिवत पूजन करने के बाद तांत्रिक मंत्र का जाप किया जाता है क्योंकि बिना मन्त्र के यन्त्र प्रभावी नहीं होता उसके बाद हवन किया गया।
यंत्र मंगाने की विधि – जिस व्यक्ति के लिए यन्त्र धारण करना है, उस व्यक्ति का नाम, पिता/पति का नाम तथा गोत्र (7470 9 3408 9) Whatsapp नम्बर पर भेजें | यन्त्र निर्माण के बाद आपके दिए पते पर पोस्ट ऑफिस द्वारा भेज दिया जायेगा |
राहु के अन्य उपाय और राहु की आपकी कुण्डली में क्या स्थिति तथा वह गोचर वश जब-जब अन्य राशियों में भ्रमण करेगा तब-तब वह आपके ऊपर क्या प्रभाव डालेगा | यह आपको राहु गोचर रिपोर्ट से सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त होगी | राहु गोचर रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए राहु गोचर रिपोर्ट पर किलिक करें |
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ख़राब राहू के लक्षण – (rahu graha effects)
घर की सीढ़ियों का गलत दिशा में बनना या टूटा-फूटा रहना राहु दोष पैदा करता है |
यदि कुंडली में राहु अशुभ हो तो जातक नशे की लत का शिकार हो जाता है |
व्यक्ति बात-बात पर चिड़चिड़ाता है | साथ ही ऐसे लोग हमेशा रोना ही रोते हैं और भविष्य को लेकर बुरी तरह उदासीन हो जाते हैं |
घर में बॉशरूम-टॉयलेट का गंदा या टूटा-फूटा रहना राहु को खराब करता है | इसलिए इस मामले में सावधानी बरतें |
यदि कोई व्यक्ति जादू-टोने के चक्कर में पड़ जाए तो यह भी राहु के खराब होने के कारण होता है |
रात में नींद न आना, डरावने सपने आना, हर समय आशंकाओं में, बेचैनी में जीना, निर्णय न ले पाना राहु के खराब होने का इशारा है |
पानी, आग और ऊंचाई से डरना, बार-बार बीमार होना, परेशानियों-असफलताओं का पीछा न छोड़ना भी खराब राहु का लक्षण है |
घर के पत्थरों, कांच के अचानक चटकने की घटनाएं होना |
बेवजह लोगों से दुश्मनी होना, लोगों के साथ धोखेबाजी करना, उनके खिलाफ षड़यंत्र करने की बातें सोचना भी खराब राहु करवाता है |
गंदे नाखून रखना, गंदगी से रहना राहु के निर्बल होने का इशारा है |
खराब राहु कई महिलाओं से संबंध बनवाता है. धन हानि कराता है |
राहु का कमजोर होना जीवन में दुर्घटनाएं कराता है |
खराब राहु से बचने के तरीके (rahu yantra benefits in hindi)
यदि कुंडली में राहु खराब है तो शनिवार का व्रत करें | अपने गले में रहू यंत्र धारण करें | इससे काफी फर्क पड़ेगा.
ज्योतिष के मुताबिक चांदी के 2 छोटे-छोट सांप बनवाकर बहते जल में प्रवाहित करने से भी राहु दोष से निजात मिलती है |
राहु की शांति के लिए बीजमंत्र: ऊं भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः का 18,000 बार जाप करें | लेकिन यह मन्त्र घर में न करें इस मन्त्र का जाप या तो शिव मंदिर में या किसी बहती हुई नदी के किनारे करना चाहिए |
शनिवार के दिन कौए को रोटी खिलाएं । इसके साथ ही ब्राह्मणों अथवा गरीबों को चावल दान करें |
राहु की दशा होने पर कुष्ट से पीड़ित व्यक्ति की सहायता करनी चाहिए। गरीब व्यक्ति की कन्या की शादी करनी चाहिए।
इस गृह की दशा होने पर कुष्ट से पीड़ित व्यक्ति की सहायता करनी चाहिए। गरीब व्यक्ति की कन्या की शादी करनी चाहिए।
राहु की दशा को शांत करने ते लिए सोते समय अपने सिरहाने जौ रखें और सुबह इनका दान कर दें। ऐसा करने से राहु ग्रह शांत हो जाता है।
तांबे के बर्तन में गुड, गेहूं भरकर बहते जल में प्रवाहित करें। इससे भी राहु ग्रह थोड़ा शांत रहता है।
राहु के प्रकोप से बचने के लिए भोजन में लहसुन, प्याज और मसूर न लें। इससे बी राहु ग्रह के दोष में अंतर पड़ता है।
भगवान भैरव के मंदिर में रविवार को तेल का दीपक जलाएं।
हर सोमवार शिवलिंग पर दूध मिश्रित जल चढ़ाएं।
शराब का सेवन कतई न करें।
सिर में चोटी वाले स्थान पर बाल बांधकर रखें।
ससुराल पक्ष से अच्छे संबंध रखें।
राहू के कुछ शुभ प्रभाव
जातक की कुंडली में राहु के शुभ प्रभाव से व्यक्ति बहुत ही सम्मान प्राप्त करता है । वह हाजिरजवाबी के लिए जाना जाता है ।
राहु के शुभ होने पर जातक विदेशों की यात्राएं करता है ।
कुंडली में राहु के शुभ प्रभाव से व्यक्ति को राजनीति में बहुत ही ऊंचे मुकाम पर ले जाता है ।
राहु के शुभ प्रभाव से व्यक्ति बहुत ज्यादा मेहनत करने के बाद भी नहीं थकता
इस ग्रह के शुभ प्रभाव से व्यक्ति अचानक से धन लाभ प्राप्त करता है।
राहु पौराणिक संदर्भों से धोखेबाजों, सुखार्थियों, विदेशी भूमि में संपदा विक्रेताओं, ड्रग विक्रेताओं, विष व्यापारियों, निष्ठाहीन और अनैतिक कृत्यों, आदि का प्रतीक रहा है। यह अधार्मिक व्यक्ति, निर्वासित, कठोर भाषणकर्त्ताओं, झूठी बातें करने वाले, मलिन लोगों का द्योतक भी रहा है। इसके द्वारा पेट में अल्सर, हड्डियों और स्थानांतरगमन की समस्याएं आती हैं। राहु व्यक्ति के शक्तिवर्धन, शत्रुओं को मित्र बनाने में महत्वपूर्ण रूप से सहायक रहता है।