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budh drishti ka fal

budh drishti ka fal-बुध की दृष्टि का फल

प्रथम भाव पर बुध की पूर्ण दृष्टि का फल-

(budh drishti ka fal) – बुध जब लग्न भाव को पूर्ण दृष्टि से देखता है तो ऐसे व्यक्ति गणितज्ञ अर्थात गणित विषय को अच्छी तरह जानने वाले होते हैं | ऐसे जातक देखने में सुंदर और व्यवहार कुशल तथा मिलनसार होते हैं | ऐसे व्यक्ति कुशल व्यापारी और लब्ध प्रतिष्ठित होते हैं |

दूसरे भाव पर बुध की पूर्ण दृष्टि का फल-

द्वितीय भाव को बुध पूर्ण दृष्टि से देखता है तो ऐसे जातक व्यापार से यथेष्ट धन अर्जित करने वाले होते हैं | किंतु स्वतंत्र विचारक होने के कारण ऐसे जातक कभी-कभी अपने ही कुटुंब परिजनों के विरोधी हो जाते हैं | अनुभव में पाया है कि ऐसे जातक कुछ हठी और अभिमानी भी होते हैं |

तृतीय भाव पर बुध की पूर्ण दृष्टि का फल-

तीसरे भाव को बुध पूर्ण दृष्टि से देखता हो तो व्यक्ति भाग्यवान होता है किंतु प्रवासी रहता है | ऐसे व्यक्तियों को भाई बहनों का पर्याप्त सुख प्राप्त होता है | ऐसे जातक सत्संगी और धार्मिक प्रवृत्ति के होते हैं |

चतुर्थ भाव पर बुध की पूर्ण दृष्टि का फल-(budh drishti ka fal)

चौथे भाव पर बुध की पूर्ण दृष्टि होने से व्यक्ति को राज्य से लाभ प्राप्त करने वाला होता है | ऐसे जातक भूमि तथा वाहन के सुख से परिपूर्ण रहते हैं
| ऐसे व्यक्ति श्रेष्ठ बुद्धि वाले और विद्वान भी बहुत होते हैं |

पंचम भाव पर बुध की पूर्ण दृष्टि का फल-

पांचवें भाव को बुध पूर्ण दृष्टि की से देखता हो तो ऐसे जातक गुणवान और विद्वान होते हैं | ऐसे व्यक्ति धनवान भी बहुत होते हैं | ये जातक कला कौशल में निपुण विशेषकर शिल्पकार होते हैं | और इनको प्रथम संतान में पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है |

षष्ठ भाव पर बुध की पूर्ण दृष्टि का फल-

छठे भाव को पूर्ण दृष्टि से बुध देखता हो तो ऐसे जातकों को वातरोग होने की संभावना विशेष रहती है | इनका कुमार्ग में विशेष धन व्यय होता है | ऐसे व्यक्ति शत्रुओं से भी पीड़ित रहते हैं | चूँकि अंतिम जीवन में धन संचय करने वाले और सुख भोगने वाले होते हैं |

सप्तम भाव पर बुध की पूर्ण दृष्टि का फल-(budh drishti ka fal)

सातवें भाव पर बुध की पूर्ण दृष्टि हो तो जातक सुंदर होता है | तथा सुशीला भार्या वाला अर्थात सद विचारों वाली पत्नी प्राप्त करता है | ऐसे व्यक्ति चतुर व्यापारी तथा गणितज्ञ होते हैं | ऐसे व्यक्ति चतुर और अपने कार्य में विशेष दक्ष होते हैं |

अष्टम भाव पर बुध की पूर्ण दृष्टि का फल-

बुध आठवें भाव को पूर्ण दृष्टि से देखता हो तो व्यक्ति यात्रा प्रिय अर्थात भ्रमण शील होते हैं | कुछ स्वार्थी एवं क्रोधी होने के कारण पैतृक संपत्ति का पूर्ण लाभ नहीं होता, इसलिए ये कुटुम्ब विरोधी हो जाते हैं और कुटुंब विरोधी होने के कारण ऐसे व्यक्ति दुखी भी बहुत रहते हैं |

नवम भाव पर बुध की पूर्ण दृष्टि का फल-

बुध नौवें भाव को पूर्ण दृष्टि से देखता हो तो जातक हंसमुख स्वभाव का होता है | ऐसे जातक धन उपार्जन करने में बड़े कुशल होते हैं, मगर कभी-कभी भ्रात्र दोषी  हो जाते हैं | ऐसे व्यक्ति की मित्रता बड़े-बड़े लोगों से होती है | ये गान प्रिय और कुछ बिलासी प्रवृत्ति के होते हैं |

दशम भाव पर बुध की पूर्ण दृष्टि का फल-(budh drishti ka fal)

बुद्ध दशवें भाव को पूर्ण दृष्टि से देखता हो तो व्यक्ति राजमान्य एवं कीर्तिमान होते हैं | ऐसे जातक बहुत सुखी होते हैं | ऐसे व्यक्ति कुलीन और अपने कुल का नाम रोशन करने वाले अर्थात कुलदीपक होते हैं |

एकादश भाव पर बुध की पूर्ण दृष्टि का फल-

बुध ग्यारहवें भाव को पूर्ण दृष्टि से देखता हो तो ऐसे व्यक्ति यथेष्ट धन अर्जित करने वाले होते हैं | संतान से युक्त और विद्वान भी बहुत होते हैं | ऐसे जातक कला विशारद अर्थात हर प्रकार की कला में बड़े निपुण होते हैं |

बारहवें भाव पर बुध की पूर्ण दृष्टि का फल-(budh drishti ka fal)

बुध बारहवें भाव को पूर्ण दृष्टि से देखता हो तो विशेषकर ऐसे जातकों को मिथ्या भाषी पाया गया है | कभी-कभी तो ऐसे जातक कुल कलंकी सिद्ध होते हैं | मद्धपायी, निम्न प्रकृति के और दुर्व्यसन के शिकार होते हैं | बुध यदि शुभ राशि में हो या शुभ ग्रहों से दृष्ट हो तो उपरोक्त फलों में न्यूनता आ जाती है |

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