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Chandra Mangal Yoga

चन्द्र मंगल योग क्या है, कब बनता है और क्या हैं इसके शुभाशुभ फल

Chandra Mangal Yoga – चंद्र मंगल योग ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण योग माना जाता है। यह योग तब बनता है जब चंद्रमा और मंगल एक ही राशि में या केंद्र, त्रिकोण, षष्ठ या अष्टम भाव में युति करते हैं।

Chandra Mangal Yoga
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यह योग विभिन्न प्रकार के प्रभाव पैदा कर सकता है, जो योग की स्थिति, ग्रहों की शक्ति और जातक की कुंडली में अन्य ग्रहों की स्थिति पर निर्भर करता है।

सामान्यतः, चंद्र मंगल योग के कुछ शुभ प्रभाव इस प्रकार हैं:

  • धन और समृद्धि:यह योग धन प्राप्ति और समृद्धि में वृद्धि का योग माना जाता है। जातक को जीवन में आर्थिक रूप से सफलता मिल सकती है और उसे धन-संपत्ति का लाभ हो सकता है।
  • पराक्रम और साहस:मंगल ग्रह साहस और पराक्रम का कारक होता है। चंद्र मंगल योग के प्रभाव से जातक में साहस और पराक्रम की वृद्धि होती है।
  • नेतृत्व क्षमता:यह योग जातक में नेतृत्व क्षमता विकसित करता है। जातक समाज में सम्मानित होता है और लोग उसकी बात मानते हैं।
  • विवाह और सुखी वैवाहिक जीवन:यह योग विवाह में सफलता का योग माना जाता है। जातक का विवाह सुखी होता है और उसे अपने जीवनसाथी का सहयोग प्राप्त होता है।
  • मानसिक शक्ति:चंद्रमा मन का कारक होता है। चंद्र मंगल योग के प्रभाव से जातक की मानसिक शक्ति मजबूत होती है और वह तनावपूर्ण परिस्थितियों का सामना करने में सक्षम होता है।

चंद्र मंगल योग के कुछ नकारात्मक प्रभाव भी हो सकते हैं, जैसे: Chandra Mangal Yoga

 

  • क्रोध और चिड़चिड़ापन:मंगल ग्रह क्रोध का कारक होता है। चंद्र मंगल योग के प्रभाव से जातक में क्रोध और चिड़चिड़ापन की वृद्धि हो सकती है।
  • दुर्घटना और चोट:मंगल ग्रह दुर्घटना और चोट का कारक होता है। Chandra Mangal Yoga के प्रभाव से जातक को दुर्घटना या चोट लगने का खतरा हो सकता है।
  • अनिद्रा:चंद्रमा नींद का कारक होता है। कमजोर चंद्र मंगल योग के प्रभाव से जातक को अनिद्रा की समस्या हो सकती है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि Chandra Mangal Yoga का प्रभाव जातक की कुंडली में अन्य ग्रहों की स्थिति पर भी निर्भर करता है। एक अनुभवी ज्योतिषी ही कुंडली का विश्लेषण करके चंद्र मंगल योग के शुभ और अशुभ प्रभावों का सटीक अनुमान लगा सकता है।

यह योग सभी जातकों के लिए समान रूप से फलदायी नहीं होता है। योग का शुभ या अशुभ प्रभाव जातक की कुंडली में ग्रहों की स्थिति और उनकी शक्ति पर निर्भर करता है।

अधिक जानकारी के लिए आप किसी अनुभवी ज्योतिषी से सलाह ले सकते हैं। या हमारे whatsaap नंबर 7470934089 पर संपर्क कर अपनी समस्या का समाधान प्राप्त कर सकते हैं |

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Pandit Rajkumar Dubey

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