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Gupt Navratri Ka Mahatva

गुप्त नवरात्रि: तंत्र-मंत्र और सिद्धि प्राप्ति का अद्भुत अवसर

 

Gupt Navratri Ka Mahatva – गुप्त नवरात्रि हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो वर्ष में दो बार आता है – एक बार चैत्र और दूसरी बार आश्विन मास में। यह नवरात्रि सामान्य नवरात्रि से अलग होती है, क्योंकि इसे गुप्त रूप से मनाया जाता है। और यह एक बार माघ महीने में और दूसरी बार आषाढ़ महीने में। यह नवरात्रि ‘प्रत्यक्ष नवरात्रि’ (चैत्र और अश्विन) से अलग होती है क्योंकि इसे गुप्त रूप से मनाया जाता है।

Gupt Navratri Ka Mahatva
Gupt Navratri Ka Mahatva

गुप्त नवरात्रि का महत्व:

आध्यात्मिक उन्नति: गुप्त नवरात्रि आत्म-शोध और आध्यात्मिक उन्नति के लिए एक महत्वपूर्ण समय है। इस दौरान, भक्त देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा करते हैं और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति: गुप्त नवरात्रि नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति और सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह का प्रतीक है। इस दौरान, भक्त देवी दुर्गा से बुराई और नकारात्मकता से बचाने की प्रार्थना करते हैं।

मनोकामना पूर्ण: गुप्त नवरात्रि में देवी दुर्गा की पूजा करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। यह माना जाता है कि इस दौरान देवी दुर्गा भक्तों की प्रार्थनाओं को सुनती हैं और उनकी इच्छाओं को पूरा करती हैं।

तंत्र-मंत्र साधना: गुप्त नवरात्रि तंत्र-मंत्र साधना के लिए भी महत्वपूर्ण समय है। इस दौरान, साधक देवी दुर्गा की शक्ति का आह्वान करते हैं और विभिन्न सिद्धियां प्राप्त करते हैं।

गुप्त नवरात्रि की पूजा:

 

गुप्त नवरात्रि में, भक्त देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करते हैं। इन नौ रूपों में शामिल हैं:

  • शैलपुत्री
  • ब्रह्मचारिणी
  • चंद्रघंटा
  • कुष्मांडा
  • स्कंदमाता
  • कात्यायनी
  • कालरात्रि
  • महागौरी
  • सिद्धिदात्री

भक्त देवी दुर्गा को फल, फूल, मिठाई, दीप, और धूप अर्पित करते हैं। वे देवी दुर्गा के मंत्रों का जाप भी करते हैं।

कुछ लोग 14 यक्षिणियों की सिद्धि भी करते हैं वो यक्षिणियां निम्न लिखित हैं :

1.महायक्षिणी 2. सुन्दरी 3. मनोहरी 4. कनक यक्षिणी 5. कामेश्वरी 6. रतिप्रिया 7. पद्मिनी 8. नटी 9. रागिनी 10. विशाला 11. चन्द्रिका 12. लक्ष्मी 13. शोभना 14. मर्दना इन सभी की फलश्रुति अलग-अलग बताई गयी है |

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. गुप्त नवरात्रि क्या है?

गुप्त नवरात्रि हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो साल में दो बार मनाया जाता है, एक बार माघ महीने में और दूसरी बार आषाढ़ महीने में। यह नवरात्रि ‘प्रत्यक्ष नवरात्रि’ (चैत्र और अश्विन) से अलग होती है क्योंकि इसे गुप्त रूप से मनाया जाता है।

2. गुप्त नवरात्रि का महत्व क्या है?

गुप्त नवरात्रि का विशेष महत्व तंत्र-मंत्र और सिद्धि प्राप्त करने के लिए माना जाता है। इस नवरात्रि में दस महाविद्याओं की पूजा की जाती है, जो देवी दुर्गा के विभिन्न रूप हैं।

3. गुप्त नवरात्रि में क्या-क्या होता है?

गुप्त नवरात्रि में लोग नौ दिनों तक उपवास रखते हैं और देवी दुर्गा की पूजा करते हैं। इस दौरान, वे तंत्र-मंत्र का भी अभ्यास करते हैं और सिद्धि प्राप्त करने की कोशिश करते हैं।

4. गुप्त नवरात्रि कब मनाई जाती है? Gupt Navratri Ka Mahatva

 

गुप्त नवरात्रि साल में दो बार मनाई जाती है:

  • माघ महीने में:यह नवरात्रि माघ शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होती है और नवमी तिथि तक चलती है।
  • आषाढ़ महीने में:यह नवरात्रि आषाढ़ शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होती है और नवमी तिथि तक चलती है।

5.  गुप्त नवरात्रि की पूजा विधि क्या है? Gupt Navratri Ka Mahatva

गुप्त नवरात्रि की पूजा विधि ‘प्रत्यक्ष नवरात्रि’ की पूजा विधि से थोड़ी अलग होती है। इस नवरात्रि में, लोग कलश स्थापना नहीं करते हैं और न ही नौ दिनों तक घर में कलश रखते हैं। इसके बजाय, वे एक साधारण पूजा मंडप तैयार करते हैं और देवी दुर्गा की मूर्ति या चित्र स्थापित करते हैं।

6.  गुप्त नवरात्रि के दौरान क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?

गुप्त नवरात्रि के दौरान, लोगों को निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए:

  • नियमित रूप से स्नान करें और स्वच्छ कपड़े पहनें।
  • पूजा करते समय एकाग्र रहें।
  • यदि आप सात्विक साधना कर रहे हैं तो मांस, मदिरा और तामसिक भोजन से परहेज करें।
  • ब्रह्मचर्य का पालन करें।
  • झूठ बोलने और गाली देने से बचें।

7.  गुप्त नवरात्रि के दौरान कौन से मंत्रों का जाप किया जाता है?

गुप्त नवरात्रि के दौरान, आपको अपनी कामना के अनुसार मन्त्र का जाप करना चाहिए |

8.  गुप्त नवरात्रि के दौरान कौन से व्रत रखे जाते हैं?

गुप्त नवरात्रि के दौरान, लगों को अपनी साधना के अनुसार व्रत करना चाहिए | कुछ व्रत के प्रकार नीचे दिए गए हैं |

  • नौ दिन का उपवास
  • एक समय भोजन
  • फल और दूध का व्रत
  • निरजला व्रत

 9. गुप्त नवरात्रि के क्या लाभ हैं? Gupt Navratri Ka Mahatva

 

गुप्त नवरात्रि के कई लाभ हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • आध्यात्मिक उन्नति
  • मनोकामना पूर्ति
  • शत्रुओं पर विजय
  • रोगों से मुक्ति
  • सफलता और समृद्धि
  • मन्त्र साधना

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Pandit Rajkumar Dubey

Pandit Rajkumar Dubey

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