चतुर्थ भाव में चंद्रमा का फल – moon in 4th house
moon in 4th house – चौथे भाव में स्वराशि पर स्थित चंद्रमा के प्रभाव से जातक को माताजी का सुख तथा सहयोग प्राप्त होता है | ऐसे जातकों को सफ़ेद रंग बहुत ही प्रिय होता है |
चतुर्थ भाव से भूमि, भवन, संपत्ति आदि का विचार किया जाता है, यदि चन्द्रमा निर्दोष होता है तो उपरोक्त वस्तुओं का पूर्ण सुख प्राप्त होता है |
चन्द्रमा स्त्री ग्रह है और जलीय ग्रह भी है, इसलिए इस प्रकार के व्यक्ति मनोरंजन प्रिय होते हैं | और इनको मनोरंजन के साधन निरंतर उपलब्ध होते रहते हैं |
सातवीं दृष्टि से शत्रु शनि की राशि वाले दशम भाव को देखने के कारण जातक को अपने पिताजी से वैमनस्यता बनी रहती है | अर्थात विचार न मिलाने के कारण पिता-पुत्र के अच्छे सम्बन्ध नहीं रहते |
ऐसे जातको को राज्य शासन की ओर से कष्ट होते रहते हैं | नौकरी पेशा वालों को कुछ ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ता है | जैसे बार-बार स्थान परिवर्तन होना, नौकरी से निकाला जाना आदि समस्याएं होती रहती हैं |
सम्मान के क्षेत्र में कमी बनी रहती है | जबकि ऐसे व्यक्ति सम्मान पाने के इच्छुक होते हैं, और उसके लिए ये प्रयास भी करते हैं | परन्तु अथक प्रयास के बाद भी उपयुक्त सम्मान प्राप्त नहीं होता |
कुल मिलाकर ऐसा जातक सब प्रकार से संपन्न होते हुए भी यशस्वी और सम्मानित नहीं हो पाता |
चतुर्थ भाव में स्थित चन्द्र के उपाय – moon in 4th house
- किसी भी कार्य को आरम्भ करने के पहले दूध मिश्रित जल से भगवान शंकर का अभिषेक करें |
- या किसी शिवजी के मंदिर में दूध का दान करें |
- अनैतिक संबंधों से सदा दूर ही रहें |
- आपके द्वारा किसी महिला को कष्ट न पहुंचे इस बात का विशेष ध्यान रखें |
- शनि देव को चोला चढ़ायें |
- धर्म क्षेत्र में धन खर्च करने में संकोच न करें | अधिक खर्च करने से अधिक आय की मान्यता है |
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