आठवें भाव में चद्रमा का फल – moon in 8th house
moon in 8th house – आठवें भाव में अपने मित्र मंगल की राशि पर स्थित चंद्रमा के प्रभाव से जातक को माताजी का सुख प्राप्त नहीं होता है | और माताजी के स्वास्थ को लेकर व्यक्ति हमेशा चिंतित रहता है |
ऐसे व्यक्तियों को भूमि के व्यापार में हानि उठानी पड़ती हैं | भूमि, भवन के लेन-देन में विशेष सावधानी की जरुरत है, अक्सर ऐसे व्यक्ति विवादित भूमि की उलझनों में उलझ जाते हैं |
अचल संपत्ति की प्राप्ति में अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है | कुछ कुंडलियों के अध्ययन में पाया है की अचल संपत्ति के चलते व्यक्ति के मन में आत्महत्या जैसे विचार भी आते पाए गए हैं |
अष्टमस्थ चन्द्रमा व्यक्ति को पैतृक संपत्ति तथा आयु संबंधी संकट भी उत्पन्न करता है | तथा ऐसे जातकों के घरेलू सुख-शांति में भी कमी बनी रहती है |
सातवीं उच्च दृष्टि से शुक्र की राशि वाले द्वितीय भाव को देखने के कारण जातक को धन प्राप्ति के योग निरंतर मिलते रहते हैं | ऐसे कई अवसर व्यक्ति के जीवन में आते हैं जब उसे अनायास धन प्राप्ति का अवसर प्राप्त होता है |
यदि चन्द्रमा शुभ ग्रह से दृष्ट हुआ तो ही व्यक्ति इस अवसर का लाभ उठा पाते हैं अन्यथा अवसर गवां देने के बाद पछतावा ही हाँथ लगता है | और व्यक्ति धन एवं सुख को अर्जित करने के लिए निरंतर प्रयत्नशील भी बना रहता है |
आठवे भाव में चन्द्रमा के उपाय- moon in 8th house
- आठवे भाव में स्थित चन्द्रमा के जातकों को जुया-सट्टा आदि से दुरी बनाकर ही रहना चाहिए |
- हनुमान मंदिर में चना, गुड का भोग लगाकर बालाको को बांटना चाहिए |
- चने की दाल बुधवार की रात्रि को पानी में भिगोकर गुरुवार को लक्ष्मी नारायण को भोग लगाकर बालकों को बांटना चाहिए |
- पितृपक्ष में पितरों के निमित्त दान पूण्य आदि करते रहना चाहिए |
- किसी कार्य के आरम्भ से पूर्व बुजुर्गों का आशीर्वाद अनिवार्य है |
- बच्चों को मीठा पेय पदार्थ अवश्य देना चाहिए |
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