श्री सूर्य आदित्य ह्रदय स्त्रोत के लाभ
Aditya Hridaya Stotra Benefits – सूर्य प्रत्यक्ष देवता हैं | सूर्य को वेदों में जगत की आत्मा तथा ज्योतिष में मनुष्य की आत्मा का कारक माना गया है | सूर्य सिंह राशी का स्वामी और कृतिका, उत्तराफाल्गुनी तथा उत्तराषाढ़ नक्षत्र का अधिपति माना जाता है | जिसकी कुंडली में सूर्य उच्च राशि में निर्विघ्न होता है उसके अन्य ग्रह जातक के ऊपर अधिक बिपरीत प्रभाव नहीं डाल पाते | आइये जानते हैं श्री आदित्य ह्रदय स्त्रोत पाठ के फायदे |
आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ किसे करना चाहिए | (Aditya Hridaya Stotra Benefits)
- यदि किसी जातक का सूर्य कमजोर हो और अच्छा फल नहीं दे रहा है तो ऐसे जातक को किसी भी शुक्ल पक्ष के रविवार से आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ आरम्भ करना चाहिए | यदि आप इसे प्रतिदिन नहीं कर सकते तो प्रत्येक रविवार को अवश्य करना चाहिए तथा प्रतिदिन सूर्य को जल देना चाहिए |
- जो व्यक्ति सरकारी नौकरी करते हैं या सरकारी नौकरी चाहते हैं या जिन्हें राज्य शासन से किसी प्रकार की परेशानी हो तो ऐसे जातकों को भी ह्रदय स्त्रोत का पाठ करना चाहिए |
- जिन जातकों को आँखों से सम्बंधित किसी भी प्रकार की समस्या हो या सर दर्द अथवा ज्वर बना रहता हो तो ऐसे जातको को आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ अवश्य करना चाहिए |
- यदि किसी व्यक्ति की पाचन शक्ति कमजोर है अर्थात मन्दाग्नि का राज है तो ऐसे व्यक्तियों को आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ अवश्य करना चाहिए |
- जिन व्यक्तियों को मधुमेह (diabetes) पित्त रोग (biliary disease) आदि की समस्या हो उन व्यक्तियों को भी आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ करना चाहिए |
-
Aditya Hridaya Stotra Benefits in hindi
- जीवन में किसी भी बड़े कार्य को आरम्भ करने से पहले और उसमे उच्च सफलता पाने के लिए श्री आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ करना चाहिए |
- पढ़ने वाले वच्चों को विशेषकर डाक्टरी पढ़ने वाले वच्चों को तथा दवाइयों से सम्बंधित कार्य करने वालों को भी श्री आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ अवश्य करना चाहिए |
- सूर्य जीवन देने वाला ग्रह है इसलिए अनाज से सम्बंधित व्यापार करने वाले व्यक्तियों को भी श्री आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ अवश्य करना चाहिए |
- इलेक्ट्रानिक आदि के व्यापार करने वाले तथा इससे संबधित किसी भी प्रकार का कार्य आप करते हैं तो आपको श्री आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ करना चाहिए |
- यदि आप अपना पैतृक कारोबार कर रहे हैं या पूर्वजों के द्वारा अर्जित संपत्ति से व्यापर कर रहे हैं तो आपको श्री आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ अवश्य करना चाहिए |
- यदि आप मानसिक रोग से ग्रसित हैं या सिर से सम्बंधित किसी प्रकार की समस्या है तो आपको श्री आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ अवश्य करना चाहिए |
- यदि आपको पत्रिका में सूर्य तुला राशी में स्थित है या लग्न, बारहवें भाव में या द्वतीय भाव में स्थित है तो आपको आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ करना चाहिए |
-
जानें सूर्य के सरल एवं सटीक उपाय
- यदि आप किसी प्रकार के विवाद में फसे हैं या शत्रुओं से परेशान हैं तथा आपके पिता जी से आपकी नहीं बनती है और दवाई खाने के बाद भी स्वास्थ ठीक नहीं हो रहा है तो आपको आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ करना चाहिए |
- सूर्य नाख़ून तथा बालों से सम्बंधित समस्या उत्पन्न करता है इसलिए जिन जातकों के बाल समय से पहले झड रहे हैं या सफ़ेद हो रहे हैं ऐसे जातकों को आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ करना चाहिए |
- जिन व्यक्तयों की सूर्य की महादश चल रही हो ऐसे जातकों को आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ करना चाहिए |
- यदि किसी व्यक्ति को सफ़ेद दाग हैं या किसी प्रकार का चरम रोग है तो ऐसे जातकों को आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ करना चाहिए
सूर्य किसे परेशान करता है (Aditya Hridaya Stotra Benefits)
जो व्यक्ति अभक्ष वस्तुयों का सेवन करते हैं, अपने अहंकार में चूर होकर निंदनीय कार्य करते हैं, माता-पिता की सेवा नहीं करते और उन्हें कष्ट देते हैं अपराध करते समय आत्मा की आवाज नहीं सुनते ऐसे जातको को सूर्य दंड स्वरुप उनसे विद्द्या, धन, यश, वैभव, आखों की रोशनी छीन लेते हैं तथा जातक उच्च पद से गिर जाता है |
श्री आदित्य ह्रदय स्त्रोत की महिमा शास्त्रों में विदित है | एसी मान्यता है कि दुर्वासा ऋषि ने भगवान श्री कृष्ण के पुत्र साम्ब को श्राप दिया था जिसके करण उनके शरीर में कुष्ठ रोग हो गया था श्री साम्ब ने सूर्य देव की आराधना करके और आदित्य ह्रदय स्त्रोत का किया जिसके प्रभाव से रोग मुक्त हो गए |
आदित्य ह्रदय स्त्रोत पाठ कराने की विधि (Aditya Hridaya Stotra Benefits)
जिसके नाम से आदित्य ह्रदय स्त्रोत का पाठ होना है जातक का नाम, पिता/पति का नाम, गोत्र तथा वर्त्तमान स्थान हमारे Whatsaap नंबर 74709 34089 पर भेजें |
आदित्य ह्रदय स्त्रोत पाठ करने के लिए दक्षिणा स्वरुप एक सौ एक रूपया (101) प्रति पाठ |
नोट – 21 पाठ कराने पर आपके नाम से प्राण पतिष्ठित सूर्य यंत्र आपको आपके दिए पोस्टल एड्रेश पर भेज दिया जायेगा | जिसे आप धारण करेंगे | इससे सूर्य के दुष्प्रभाव कम होने लगेंगे |
मकर संक्रांति 2023 (Aditya Hridaya Stotra Benefits)
इस वर्ष मकर संक्रान्ति 15 जनवरी 2023 रविवार को मनाई जाएगी |
मकर संक्रान्ति पुण्य काल – 06:52 ए एम से 05:43 पी एम तक | पुण्यकाल की कुल अवधि – 10 घण्टे 52 मिनट् की रहेगी |
मकर संक्रान्ति महा पुण्य काल – 06:52 ए एम से 08:40 ए एम तक | महापुण्यकाल की कुल अवधि – 01 घण्टा 49 मिनट् की रहेगी |
एसी मान्यता है कि मकर संक्राति के दिन का किया गया दान-पुण्य, जप-तप आदि का सौ गुना फल मिलता है | वैसे तो वर्ष भर में 12 संक्रांति होती हैं किन्तु मकर संक्रांति का महत्त्व सबसे अधिक माना जाता है इस दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं तथा इस दिन सूर्य उत्तरायण होते हैं | इस दिन लोग सूर्य की कृपा पाने के लिए विशेष पूजा आराधना तथा दान पूण्य करते हैं | इसीलिए इस दिन आदित्य ह्रदय स्त्रोत के पाठ से उपरोक्त सभी समस्यों का समाधान मिलता है |
मकर संक्रांति में स्नान का भी बड़ा महत्त्व बताया गया है | उपरोक्त बताये गए मुहूर्त में किसी पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए यदि कोई तीर्थ नदी में स्नान संभव न हो सके तो घर में ही जल में तीर्थ जल, तिल या तिल का तेल मिलकर स्नान करना चाहिए | स्नान के उपरांत सूर्य देव की विधिवत पूजन करना चाहिए तथा दान देने के बाद भोजन ग्रहण करना चाहिए | भोजन में बिना नमक के भोजन करना चाहिए | वैसे तो रविवार को नमक नहीं खाना चाहिए |
इन्हें भी देखें –
जानिए आपको कौनसा यंत्र धारण करना चाहिए ?
जानें कैसे कराएँ ऑनलाइन पूजा ?
श्री मद्भागवत महापूर्ण मूल पाठ से लाभ
Reviews
There are no reviews yet.