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मकर लग्न (makar lagna)

makar lagna-मकर लग्न के जातकों का शारीरिक गठन –

मकर लग्न (makar lagna) में जन्म लेने वाले ब्यक्तियों का निचला अर्ध भाग प्रायः दुबला पतला तथा निर्बल होता है | शरीर लम्बा और गठन कठिन रूप का होता है |

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makar lagna के जातकों का स्वभाव –

आप कफ बात प्रकृति से पीड़ित रहेंगें | आप बड़े उत्साही तथा परिश्रमी होंगें जो भी ब्यक्ति आपका बिगाड़ता है, उससे बदला लेने में आप सर्बदा तत्पर रहेंगें |

आप खुले तौर से अपने विचार प्रकट करने वाले चाहे उससे किसी के दिल पर चोट क्यों न पहुंचे, आप इसकी परबाह नहीं करते |

प्रायः मकर लग्न में जन्म लेने वाले जातकों को अक्सर शक्की मिजाज डरपोंक तथा अभिमानी देखा गया है | आप अपने प्रत्येक कार्य सावधानी तथा विचार पूर्वक करेंगें |

पुण्य कर्म में तत्पर और धार्मिक तथा ईश्वर का डर रखने वाले होंगें | आप अपने आश्रितों से काम लेने में निपुण, अपने काम के यार, दूसरों को ठगने में रूचि रहेगी |

आपकी सतत ऐसी इच्छा रहेगी कि आप अपनी मित्र मण्डली में प्रमुख और सम्मानित हों तथा अपनी ख्याति के लिए सदा प्रयत्नशील रहेंगें |

स्त्री पक्ष से ऐसा जातक प्रायः सदा दुखी रहता है और दुःख भोगता है | किसी अवसर पर आप दानशील भी हो जाया करेंगें |

कन्या जन्म के कुछ विशेष फल

धार्मिक, सत्यप्रिया, विचारशील, मितब्ययी,शत्रु रहित, सुविख्यात और बहु पुत्र वालीं होंगीं |

सावधानी – 

आपको चर्म रोग से सावधान रहना चाहिए तथा कोष्ठ बद्धता से भी बचना चाहिए | ठंडक और शर्दी से शरीर को बचाये रखना मुख्य कर्तब्य होगा | कभी कभी ठेहुने की बीमारी भी आ सताती है | ऐसे जातकों को चित्त विक्षिप्त रोग ( मिलेनकोलिया) ( Melancholia ) से बचने का सदा प्रयत्न करना चाहिए |

नोट – ध्यान रखें यह स्थूल फलादेश है | जब तक किसी व्यक्ति की कुण्डली का सम्पूर्ण निरिक्षण नहीं किया जाता तब तक सही फलादेश नहीं किया जा सकता | सटीक फलादेश जानने के लिए व्यक्ति की जन्म तारीख, जन्म समय और जन्म स्थान सही होना आवश्यक है |

लग्न फल में विशेषतः लग्नेश की स्थिति पर विचार करना अनिवार्य है | साथ ही अन्य ग्रहों की स्थिति, लग्नेश पर दृष्टि, लग्नेश के साथ युति, लग्नेश का नवमांश, दशमांश, द्वादशांश, त्रिशांश आदि में स्थिति पर विचार करने के बाद ही फलादेश करना चाहिए |

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