dhanu lagna-धनु लग्न के जातकों का शारीरिक गठन –
dhanu lagna – धनु लग्न मैं जन्म लेने वाले ब्यक्तियों का गला लम्बा, नाक खड़ी और कान बड़े होते हैं | मुख की आकृति किंचित चौड़ी होती है |
धनु लग्न के जातकों का स्वभाव –
और सादे और स्पष्ट विचारों वाले, न्याय और सत्य के लिए खूब परिश्रम करने वाले होंगें तथा आपका आशय महान होगा | आप विशेषकर निष्काम कर्म करने वाले होंगें |
आप किसी विषय को बहुत जल्दी और आसानी से समझने वाले बुद्धिमान तथा कई भाषाओँ के जानने वाले होंगें | अपनी मेधा तथा गुणों द्वारा ऐसा जातक शीघ्र ही उन्नति करते हैं |
आप उदार प्रकृति के होंगें आपकी दृष्टि मैं संपत्ति और आर्थिक उन्नति असत्य प्रतीत होगी | धार्मिक तथा ज्ञान के विषयों मैं आपकी बड़ी अभिरुचि रहेगी |
बिना किसी प्रकार के आडम्बर तथा दिखलावटी बातों के आप शांतिमय जीवन ब्यतीत करने वाले होंगें | मनुष्य जाती की सेवा में आप अपना जीवन समर्पित किये रहेंगें |
यहाँ तक कि दूसरे के लिए अपने सुख को भी तिलांजलि देने को उद्धत रहेंगें | अपने नौकरों तथा आश्रतों पर ऐसे ब्यक्तियों कि बड़ी दया रहती है | आप बुद्धिमान तो होते हैं परन्तु कभी कभी पक्षपाती हो जाते हैं |
बात करने में दिल्लगीबाजी और चुभती हुई बातों के कहने कि आपकी अभिरुचि रहेगी | आप ब्यंग वचन वोलने वाले होंगें |
धनु लग्न में जन्म लेने वाले जातक विशेषकर बुद्धिमान, योग्य और अपने कुल वंश तथा जाति में ख्याति प्राप्त करने वाले, और अपने कुलदी के आदर्श पुरुष होते हैं |
ऐसे जातकों की बड़े बड़े अधिकारी एवं उच्च कक्षा के लोगों से मित्रता तथा संपर्क रहता है | आपके अनेक आश्रित होंगें |
कन्या जन्म के कुछ विशेष फल –
दयालुता में अभिरुचि तथा करुणा मय चित्त वाली होंगीं |
सावधानी –
आपको ज्यादा परिश्रम से बचाना चाहिए | ऐसे जातकों को दुर्घटना (Accidents), शरीर में किसी प्रकार से चोट आदि के लगने से और विशेष कर घोड़ों से बचना चाहिए तथा रुधिर बिकार पर पूर्ण ध्यान देना चाहिए
नोट – ध्यान रखें यह स्थूल फलादेश है | जब तक किसी व्यक्ति की कुण्डली का सम्पूर्ण निरिक्षण नहीं किया जाता तब तक सही फलादेश नहीं किया जा सकता | सटीक फलादेश जानने के लिए व्यक्ति की जन्म तारीख, जन्म समय और जन्म स्थान सही होना आवश्यक है |
इन्हें भी देखें :-
नागपंचमी महोत्सव (nag panchami)
मंगलागौरी व्रत (mangala gauri vrat)
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