Pandit Ji

Mundan Sanskar Muhurat 2026

Mundan Sanskar Muhurat 2026 | मुंडन संस्कार की शुभ तिथियाँ, विधि और महत्व

Mundan Sanskar Muhurat 2026 – हमारे हिन्दू धर्म में कुल 16 संस्कार माने गए हैं | मुंडन मुहूर्त इन्हीं संस्कारों में से एक माना जाता है | शास्त्रों में शिशु के जन्म के बाद का यह आठवां संस्कार होता है | इस संस्कार में शिशु के सर के बाल उतरवाए जाते हैं | शास्त्रीय भाषा में इसे चूडाकर्म संस्कार कहते हैं लेकिन इसे आम बोलचाल की भाषा में मुंडन संस्कार कहते हैं | हमारी भारतीय परंपरा में इसका विशेष महत्त्व माना गया है | जन्म के सात वर्ष तक मुंडन संस्कार करवाने का विधान है |

मुंडन संस्कार क्यों किया जाता है- 

हमारी संस्कृति के अनुसार जैसे बालक एक जन्म के समय शुद्धि की जाती है, मुंडन संस्कार उसी का एक अंग है | जन्म के समय शिशु के सर पर जो बाल होते हैं उन्हें अशुद्ध माना जाता है | हिन्दू धर्म में मान्यता कि मुंडन संस्कार से पिछले जन्म के ऋणों से मुक्ति मिलती है | मुंडन संस्कार पूरे विधि-विधान से मंत्रोचारण के साथ किया जाता है |

Mundan Sanskar Muhurat 2026
Mundan Sanskar Muhurat 2026

मुंडन संस्कार के अन्य कारण –

प्रथम जब शिशु माँ एक गर्भ से जन्म लेता है तो उसके बालों में कुछ गंदगी एवं वैक्टीरिया जमे होते हैं | जो बालों के धोने से भी पूरी तरह साफ़ नहीं होते हैं इसलिए मुंडन संस्कार किया जाता है | इससे बच्चे का मानसिक स्वस्थ सही रहता है | दूसरा जिस प्रकार किसी पेड़ को काटने से उसमे अनेक शाखाएं निकलतीं हैं, उसी प्रकार मुंडन संस्कार से नए एवं घने बाल उगते हैं |

मुंडन करवाने का शुभ मुहूर्त-

बालकों का मुंडन संस्कार तीन, पांच, एवं सात वर्ष के अन्दर अर्थात विषम वर्षों में करवाना चाहिए | और कन्याओं का सम वर्षों में करवाना चाहिए | देश काल के हिसाब से एवं अपने कुटुंब की परंपरा के अनुसार एक वर्ष के अन्दर भी मुंडन संस्कार करवा सकते हैं | कन्या का मुंडन शुक्रवार को नहीं करवाना चाहिए |

Mundan Sanskar Muhurat January 2026

21 जनवरी  बुधवार को 07:13 ए एम् से 02:48 ए एम् 22 जनवरी तक |

29 जनवरी  गुरुवार को 07:30 ए एम् से 01:55 ए एम् 30 जनवरी तक |

Mundan Sanskar Muhurat February 2026

11 फरवरी  बुधवार को 10:51 ए एम् से 01:01 ए एम् 12 फरवरी तक |

12 फरवरी  गुरुवार को 07:00 ए एम् से 01:41 ए एम् 13 जनवरी तक |

18 फरवरी  बुधवार को 05:00 पी एम् से 09:14 पी एम् तक |

26 फरवरी  गुरुवार को 06:47 ए एम् से 12:10 पी एम् तक |

27 फरवरी  शुक्रवार को 10:47 ए एम् से 10:33 पी एम् तक |

Mundan Sanskar Muhurat March 2026

06 मार्च  शुक्रवार को 09:28 ए एम् से 05:55 पी एम् तक |

16 मार्च  सोमवार को 09:41 ए एम् से 06:28 ए एम् 17 मार्च तक |

25 मार्च  बुधवार को 06:18 ए एम् से 01:50 ए एम् 26 मार्च तक |

27 मार्च  शुक्रवार को 10:07 ए एम् से 06:15 ए एम् 28 मार्च तक |

Mundan Sanskar Muhurat April 2026

03 अप्रैल  शुक्रवार को 08:43 ए एम् से 06:07 ए एम् 04 अप्रैल तक |

13 अप्रैल  सोमवार को 05:56 ए एम् से 01:10 ए एम् 14 अप्रैल तक |

23 अप्रैल  गुरुवार को 05:46 ए एम् से 08:50 पी एम् तक |

Mundan Sanskar Muhurat may 2026

01 मई  शुक्रवार को 05:38 ए एम् से 10:53 पी एम् तक |

04 मई  सोमवार को 09:56 ए एम् से 05:25 ए एम् 05 मई तक |

11 मई  सोमवार को 03:25 पी एम् से 01:27 ए एम् 12 मई तक |

Mundan Sanskar Muhurat June 2026

17 जून  बुधवार को 05:20 ए एम् से 09:40 पी एम् तक |

24 जून  बुधवर को 05:22 ए एम् से 05:22 ए एम् 25 जून तक |

25 जून  गुरुवार को 05:22 ए एम् से 04:28 पी एम् तक |

Mundan Sanskar Muhurat July 2026

02 जुलाई  गुरुवार को 09:26 ए एम् से 11:23 ए एम् 03 जुलाई तक |

09 जुलाई  गुरुवार को 10:38 ए एम् से 02:55 पी एम् तक |

15 जुलाई  बुधवार को 11:51 ए एम् से 09:45 पी एम् तक |

Mundan Sanskar Muhurat August 2026, September 2026October 2026November 2026December 2026 में कोई नहीं है |

निष्कर्ष

मुंडन संस्कार, जिसे चूडाकर्म संस्कार भी कहा जाता है, हमारे सनातन धर्म के सोलह संस्कारों में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह न केवल शिशु की शारीरिक स्वच्छता और स्वस्थ विकास में सहायक होता है, बल्कि ऐसी भी मान्यता है कि यह पूर्व जन्म के दोषों से मुक्ति दिलाकर बच्चे के लिए एक शुभ और कल्याणकारी भविष्य का मार्ग प्रशस्त करता है।

वर्ष 2026 के लिए दिए गए ये शुभ मुहूर्त आपके नन्हे-मुन्ने के इस पावन संस्कार को संपन्न करने में सहायक होंगे। हालाँकि, यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि आप अपने स्थानीय पंचांग और परिवार की परंपराओं का भी ध्यान रखें। किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले, शिशु की जन्म कुंडली और क्षेत्रीय मान्यताओं के अनुसार सटीक मार्गदर्शन के लिए अपने पारिवारिक पुरोहित या किसी अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श अवश्य लें। एक शुभ मुहूर्त में संपन्न किया गया मुंडन संस्कार बच्चे के जीवन में सुख-समृद्धि और आरोग्य लाता है।

मुंडन संस्कार मुहूर्त 2026 – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

1- मुंडन संस्कार (Mundan Sanskar) क्या है?

मुंडन संस्कार शिशु के जीवन का आठवां संस्कार है, जिसमें बच्चे के जन्म से आए पहले बालों को उतारा जाता है। इसे चूड़ाकर्म संस्कार भी कहा जाता है। शास्त्रों में यह संस्कार जन्म की अशुद्धियों को दूर करने और मानसिक–शारीरिक शुद्धि के लिए किया जाता है।

2- 2026 में मुंडन संस्कार कब-कब है? (Mundan Sanskar Muhurat 2026)

2026 में जनवरी से जुलाई माह तक कई शुभ मुहूर्त उपलब्ध हैं। अगस्त, सितंबर, अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर 2026 में कोई मुंडन मुहूर्त नहीं है।
(आपने लेख में जो विस्तृत तिथियाँ लिखी हैं, वही इस उत्तर का आधार है।)

3-  मुंडन संस्कार किस उम्र में किया जाता है?

शास्त्रों के अनुसार मुंडन संस्कार शिशु के 3, 5 या 7 वर्ष की उम्र में किया जाता है। परंपरा और परिस्थितियों के अनुसार 1 वर्ष के भीतर भी किया जा सकता है। कन्या का मुंडन मंगलवार और शुक्रवार को नहीं करवाना चाहिए।

4- मुंडन संस्कार क्यों किया जाता है? (Why Mundan Sanskar?)

मुंडन के प्रमुख कारण:

  • जन्म के समय आए बाल अशुद्ध माने जाते हैं।
  • पिछले जन्म के ऋण व दोष दूर होते हैं।
  • बालों में मौजूद बैक्टीरिया और अशुद्धियाँ हटती हैं।
  • नए और घने बाल उगने में सहायक।
  • बच्चे का मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है।

5- मुंडन संस्कार में कौन-सा नक्षत्र शुभ माना जाता है?

मुंडन संस्कार के लिए निम्न नक्षत्र शुभ माने जाते हैं:
अश्विनी, मृगशीर्षा, पुनर्वसु, हस्त, अश्लेषा, उत्तराफाल्गुनी, उत्तराषाढ़ा, उत्तराभाद्रपदा।

6- मुंडन संस्कार किस दिन नहीं करना चाहिए?

कन्या का मुंडन शुक्रवार को नहीं करवाना चाहिए।
इसके अतिरिक्त शास्त्रों में अमावस्या, राहुकाल, पंचक और अशुभ योगों में मुंडन से बचने की सलाह दी गई है।

7- मुंडन संस्कार कहां करवाना चाहिए?

परंपरागत रूप से मुंडन संस्कार

  • तीर्थ स्थलों (हरिद्वार, प्रयागराज, गया, नासिक आदि),
  • कुलदेवी–कुलदेवता के स्थान,
  • या अपने गृहस्थ आश्रम में भी करवाया जा सकता है।

8- मुंडन संस्कार की विधि क्या है? (Mundan Sanskar Vidhi)

मुंडन विधि में निम्न चरण शामिल हैं—

  • शुभ मुहूर्त में पूजा प्रारंभ
  • गणेश पूजन
  • संकल्प
  • मन्त्रों के साथ बाल उतारना
  • बालों को नदी या पवित्र स्थान में प्रवाहित करना
  • शुभ वस्त्र एवं तिलक
  • आशीर्वाद ग्रहण

9- क्या घर पर मुंडन संस्कार कर सकते हैं?

हाँ, घर पर भी विद्वान पंडित जी से मुंडन संस्कार कराया जा सकता है। मुहूर्त, नक्षत्र और विधि का पालन अवश्य करें।

10- 2026 में मुंडन संस्कार न कराने योग्य महीने कौन-से हैं?

अगस्त, सितंबर, अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर 2026 में कोई मुंडन मुहूर्त उपलब्ध नहीं है।

इन्हें भी देखें :-

जानिए आपको कौनसा यंत्र धारण करना चाहिए ?

जानें कैसे कराएँ ऑनलाइन पूजा ?

श्री मद्भागवत महापूर्ण मूल पाठ से लाभ

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top